
Delhi New CM: 27 सालो के लंबे इंतेज़ार के बाद आखिरकार भाजपा ने अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। बीजेपी ने 48 सीटों पे जीत हासिल करके एक पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने जा रही है। हालांकि पूरा चुनाव भाजपा ने बिना सीएम फेस के ही लड़ा था। परिणामों के घोषित होने के बाद अब सवाल ये है कि बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री कौन हो सकता है। या फिर से भाजपा कुछ चौक देने वाला नया चेहरा ला सकती है जैसा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में हुआ था। हालांकि अभी तक पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। फिर भी कुछ नाम ऐसे है जो मुख्यमंत्री पद की रेस में आगे बताए जा रहे है।
प्रवेश वर्मा
नई दिल्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 3 हजार से ज्यादा वोटो से हराकर अपनी जीत पक्की करने वाले प्रवेश वर्मा का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे है। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता साहिब सिंह वर्मा के बेटे है। और 10 सालों तक पश्चिम दिल्ली सीट से सासंद रहे है। प्रवेश वर्मा जाट समुदाय से आते है। और दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर जाट आबादी रहती है| ऐसे में हो सकता है| भाजपा प्रवेश वर्मा को अपना मुख्यमंत्री चेहरा बनाये। हालांकि जब प्रवेश वर्मा से पूछा गया के क्या आप अगला सीएम चेहरा हो सकते है इस पे उन्होंने कहा के पार्टी के सभी फैसले सेंट्रल करती है| कमेटी इस पे विचार करके जिस नाम को मंजूरी देगी वो फैसला सभी को मंजूर होगा।
मनोज तिवारी
मुख्यमंत्री की रेस में बीजेपी के नेता मनोज तिवारी का नाम भी आगे है। मनोज तिवारी दिल्ली बीजेपी में एक बड़ा नाम है और दो बार सांसद भी रहे चुके है। पहली बार 2014 में बीजेपी के टिकट पे उत्तर पूर्वी दिल्ली लोक सभा सीट से चुनाव जीता था। और ये पूर्वांचल से आते है। पूर्वांचल वोट को बचाने में इनकी एक खास भूमिका बताई जाती है। इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव भी होने वाले है। जहां भाजपा 2 नंबर की पोजिशन पे है। बिहार में एक नम्बर की पोजिशन पे आने और पूर्वांचल के वोटो को साधने के लिए हो सकता है| भाजपा सेंट्रल कमेटी मनोज तिवारी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए आगे कर सकती है। या फिर उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी भी दे सकती है।
विजेंद्र गुप्ता भी है रेस में।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और दिल्ली की रोहाणी सीट से चुनाव जीत कर आए। विजेंद्र गुप्ता का नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में है। वे लगातार रोहाणी सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे है। साल 2015 और 2020 में जब आम आदमी पार्टी की लहर थी| तब भी विजेंद्र वर्मा अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। वे दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी काम कर चुके है। और दिल्ली बीजेपी में कई बड़ी जिम्मेदारियों को संभाल चुके है| उनके सरल व्यवहार और राजनीतिक अनुभव के कारण पार्टी उनका नाम भी आगे कर सकती है।
महिला चेहरा भी हो सकता है|
भाजपा सेंट्रल कमेटी कीसी महिला चेहरे को भी ये जिम्मेदारी दे सकती है। इसमें रेखा गुप्ता और बांसुरी स्वराज के नाम की भी चर्चा चल रही है। रेखा गुप्ता शालीमार बाग सीट से चुनाव लड़ के आई है| और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है। वही पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज का नाम भी आ सकता है। बांसुरी स्वराज अभी नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पे चुनाव लड़ा था। और अपने प्रतिद्वंदी सोमनाथ भारती को 78 से ज्यादा वोटो से हराया था।
सिख चेहरा सकता है नया मुख्यमंत्री।
पंजाब में अपनी पकड़ को मजबूत करने और आप पार्टी की मौजूदा पंजाब सरकार के खिलाफ भाजपा इस बार किसी सिख चेहरे को भी मुख्यमंत्री बना सकती है। सिख चेहरों में आशीष सूद जो कि जनकपुरी से चुनाव जीत के आए है। और दिल्ली में एक पंजाबी चेहरा भी है। वे इससे पहले भाजपा में प्रदेश महामंत्री और उपाध्यक्ष भी रहे चुके है। वही राजौरी गार्डन से विधायक महेंद्र सिंह सिरसा और कांग्रेस से बीजेपी में आए अरविंदर सिंह लवली का भी नाम शामिल है।