
केंद्रीय बजट 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को देश का आम बजट पेश किया गया। बजट में सरकार ने स्टूडेंट, आम आदमी, किसान और महिलाओं के लिए बड़े बड़े ऐलान किए। बजट पेश करते ही बीत मंत्री ने भी एक नया इतिहास रच दिया है | वो आजाद भारत में लगातार 8 वी बार बजट पेश करने वाली पहली बीत मंत्री बन गई है। हालांकि सबसे जायद बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड अभी भी मोरारजी देसाई के नाम है| अभी तक उन्होंने 10 बार बजट पेश किया है। उसके बाद दूसरे नम्बर पी चिदंबरम का नाम है| जिन्होंने कुल 9 बार बजट पेश किया है। लेकिन अभी तक लगातार 8 बार कोई भी वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पेश नहीं कर पाया है। बीत मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। साल 2019 में जब उन्होंने भारत के 28 बे वित्तमंत्री के रूप में शपथ ली। उस साल उनके द्वारा पहला यूनियन बजट पेश किया गया। उसी साल का अंतरिम बजट पीयूष गोयल ने पेश किया था। तब से लेकर अब तक निर्मला सीतारमण लगातार बजट पेश करती आ रही है जो कि लगातार बजट पेश करने का एक रिकॉर्ड भी है।
इस वित्तमंत्री के नाम है सबसे जायद बजट पेश करने का रिकॉर्ड।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरजी देसाई जो कि 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। मोरारजी देसाई ने अपने कार्यकाल में वित्तमंत्री रहते हुए 10 बार बजट संसद में पेश किए। और दो बार साल 1964 और 1968 में तो उन्होंने अपने जन्मदिन पे ही बजट पेश किया था। मोरजी देसाई के 10 बजट में से 8 पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट था। साल 1959 से 1964 तक 6 बार और साल 1967 से 1969 के बीच में 4 बार बजट पेश किया हालांकि उनके पास 11 वी बार भी बजट पेश करने का मौका था। पर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मोरजी देसाई ने जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री और इंद्र गांधी के कार्यकाल में बतौर वित्त मंत्री का पद संभाला था।
पी चिदंबरम ने भी किया 9 बार बजट पेश।
इस लिस्ट में दूसरा नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का है। सबसे जायद 4 बार वित्तमंत्री रहते हुए इन्होंने भी 9 बार यूनियन बजट पेश किया था। वो पहली बार एच डी देवगौड़ा की की सरकार में वित्तमंत्री बने थे। उसके बाद इंद्रकुमार गुजराल की सरकार में भी वित्तमंत्री रहे। फिर जब यूपीए सरकार बनी तो उसमें 22 मई 2024 से लेकर 2008 और यूपीए 2 में 2012 से लेकर 2014 तक वित्तमंत्री रहे अपने पूरे कार्यकाल के दौरान उन्होंने अब तक 9 बार यूनियन बजट पेश किया है। लेकिन उनका ये कार्यकाल लगातार नहीं रहा है l
पूर्व राष्ट्रपति भी कर चुके है बजट पेश l
भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है जिन्होंने अब तक 8 बार बजट पेश किया है। साल 1982-83 पहली बार इंद्र गांधी की सरकार में उन्होंने बजट पेश किया। फिर जब यूपीए की सरकार बनी तो उन्होंने साल 2009 से 2011 में बजट पेश किया था। फिर साल 2012 से 2107 तक भारत के 13 वे राष्ट्रपति के पद पे रहे। वो पहले राष्ट्रपति थे जो कि पश्चिम बंगाल से आते थे। प्रणब मुखर्जी अपने जीवनकाल में कई अहम पदों पे रहे। अपने राजनीतिक करियर और देश को दिए अपने योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 26 जनवरी 2019 को भारत रत्न से सम्मानित किया।
कब हुआ था भारत का पहला बजट पेश।
साल 1857 जब देश में हर और क्रांति की लहर उठ रही थी और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद हो रही थी तब ब्रिटिश हुकूमत ने पहली बार जनता की नाराजगी को कम करने और पानी आमदनी को बढ़ाने के लिए एक समिति का गठन किया जो इन सब मुद्दों पे सुझाव दे सके। इस समिति का हेड तब के बड़े अर्थशास्त्री जेम्स विलियम को नियुक्त किया गया। जेम्स ने ही द इकोनॉमिस्ट की नींव रखी थी जो आज के समय में सबसे प्रतिष्ठित बिजनेस मैग्जीन में से है। इसके बाद उनके द्वारा 7 अप्रैल 1860 को भारत का बजट लंदन में पेश किया गया।
आजाद भारत का पहला बजट।
आजाद भारत का पहला बजट 26 जनवरी 1947 को आर के शानमुगम चेटी ने पेश किया था। वे एक वकील, राजनेता और अर्थशास्त्री थे।