
दिल्ली विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले है| इस बार चुनावो में त्रिकोनिये मुकाबला बीजेपी, आप और कांग्रेस के बाच होने वाला है| पिछला चुनाव २०२० में हुआ था| इसी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग जल्द ही चुनाब की तरीको का ऐलान कर सकता है|
दिल्ली विधानसभा चुनाव: दिल्ली विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए| भातीय जनता पार्टी ने राजधानी की 70 में से 29 सीटो पर अपने उमीदवारो के नाम की लिस्ट जरी कर दी है | इसमें कई बड़े दिग्गाग नेताओ समेत कई वागी नेताओ को भी अपना उमीदवार बनया है| इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री रहे राजकुमार आनंद का है| जिन्हें बीजेपी ने पटेल नगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनया है| वही आम आदमी पार्टी से बीजेपी में आये छतरपुर के विधायक करतार सिंह तंवर को बीजेपी ने अपना उमीदवार बनया है| लिस्ट में दूसरा नाम आम आदमी पार्टी से बीजेपी में आये पूर्व मंत्री केलाश गहलोत को भी पार्टी ने
दूसरा नाम नज़फ़गड सीट से मोजुदा आप विधायक और पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत को पार्टी ने विजवासन से टिकट दिया है| अगर बात की जाये कांग्रेस से आये उमीदवारो की तो बीजेपी ने ३ उमीदवारो पे भरोसा जताया है| जिसमे आशीष सिसोदिया, जगदीश यादव और संतोषगहलोत का नाम शामिल है| वही आम आदमी पार्टी से आये पूर्वमंत्री राज कुमार आनंद और पूर्व विधायक एन डी शर्मा को टिकट दिया है|
इस बार बीजेपी से है बड़े दिग्गज मैदान में|
27 साल से दिल्ली की सत्ता से दूर बीजेपी इस बार बिलकुल रिस्क लेने के मूड में नहीं है| इसलिए बीजेपी ने अपने बड़े नेताओ दाव खेला है| इस लिस्ट में 2 पूर्व सांसद और 3 पूर्व मंत्रियो को भी टिकट दिया है| जहा बीजेपी ने एक तरफ अपनी पार्टी के कुछ बड़े नेतो के टिकेट काटे है| वही दूसरी पार्टी से आये नेताओ पे भी भरोसा जताया है| इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम कांग्रेस से बीजेपी में आये शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे अरविंदर सिंग लवली का नाम है जिन्हें गाँधीनगर की सीट से टिकट दिया गया है| वही इस बार बीजेपी ने जातीय समीकरणों का भी खूब ध्यान रखा है| अपनी जीत को पक्का करने के लिए बीजेपी ने आपने सभी बड़े नेताओ से जनता के बीच जा कर अपनी सरकार द्वारा किये गए कामों का प्रचार करने जैसी अहम् जिमेदारिय दी है|
कांग्रेस भी कर चुकी है 3 लिस्ट जरी|
अगर कांग्रेस की बात की जाये तो कांग्रेस भी 3 लिस्टी में 48 उमीदवारो के नाम की लिस्ट जरी कर चुकी चुकी है| जिसमे पूर्व मुख्मंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित, अलका लाम्बा, फरहाद सूरी जैसे बड़े नाम शामिल है| सबसे रोमांचक मुकाबला नई दिल्ली विधान सभा सीट पे होने जा रहा है यहाँ से आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल, बीजेपी से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनावी मदन में है| वही कालकाजी सीट से आतिशी, अलका लाम्बा और रमेश विधूड़ी के बीच मुकाबला होगा है|
आप ने साधा प्रवेश वर्मा पे निशाना|
बीजेपी से कैंडिडेट और दिल्ली के पूर्व मुख्मंत्री सहिव सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा पे आम आदमी पार्टी ने निशाना साधते हुए कहा है के प्रवेश वर्मा नई दिल्ली में महिलाओ को 1100 रुपए बाटे है| साथ ही आप ने प्रवेश वर्मा के खिलाफ ईडी में शिकायत दर्ज करवाई है| प्रवेश ने इन दावो को खारिज करते हुए कहा की ये सारे आरोप बेबुनियाद है आप पार्टी उनसे डरकर बेवुनियाद आरोप लगा रही है साथ ही प्रवेश ने कहाकी पार्टी ने जो भी जिमेदारी और भरोसा उन पे दिखाया है| वो पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ इस भरोसे को बनाये रखेंगे|
दिल्ली दंगे के आरोपी को भी दिया गया टिकट
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावो में इस बार ओबेसी की पार्टी (AIMIM) ने दिल्ली दंगो के आरोपी ताहिर हुसैन को भी मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से टिकट दिया है| फरबरी २०२२ में हुए दिल्ली दंगो में पुलिश ने ताहिर हुसैन और १४ अन्य लोगो के खिलाफ दंगे फेलाने और हिंसा भड़काने के आरोप लगाये थे|इसके बाद ताहिर हुसैन को आम आदमी पार्टी से निलंबित कर दिया था| उस समय ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी से नगर निगम पार्षद थे|पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा था के हुसैन ने हिंसा को भड़काया सात्ग ही साथ दंगो की साज़िश रची ब दंगे करवाने के लिए लिए पैसे भी दिए गए थे| चार्जशीट के अनुसार हुसैन दंगो का मास्टरमाइंड था|
दो बार सरकार बना चुकी है आम आदमी पार्टी|
आम आदमी पार्टी ने साल २०१५ और २०२० के चुनावो में जीत हासिल की थी| पहेली बार साल २०१३ में आप पार्टी ने चुनावो में जीत हासिल कर के कांग्रेस के साथ सरकार बनाई थी| लेकिन ये सरकार जायद दिन नहीं चल पाई| ५० दिन बाद ही सरकार गिर गई फिर उसके बाद साल २०१५ में फिर से चुनाव हुए और आप पार्टी ने विजय प्राप्त कर सरकार बनाई| उसके बाद साल २०२० के चुनावो में भी आम पार्टी की ही सरकार बनी थी|
कब होगा चुनाब की तरीको का ऐलान
चुनाव आयोग जनवरी के दुसरे हफ्ते में चुनाव की तरीको का ऐलान कर सकता है| क्योकि मोजुदा विधानसबा का कार्यकाल 23 फरबरी 2025 को समाप्त हो रहा है| इससे पहले विधानसभा चुनाव फरबरी 2020 में हुआ था| जिसे आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था|